गांधी है तो भारत है
article गांधी है तो भारत है

इस रावण से तो बापू भी हार गए…!

      सुबह सवेरे              बापू बहुत आसान थे लिहाजा उनका जीवन भी बहुत आसान हो गया था।   वे स्वयं की बुनी हुई खादी की साधारण धोती और साधारण चप्पल पहनते थे। सर्दियों में वे साधारण ऊनी शॉल का उपयोग करते थे,उनका भोजन फल,मूंगफली और बकरी का दूध था। लंदन में एक पत्रकार ने पूछा,आप इतने बड़े […]

Read More
article गांधी है तो भारत है

ट्रम्प की भारत से बिदाई तय है

                   सुबह सवेरे                    प्रत्येक राष्ट्र का यह मौलिक अधिकार है की वह अपनी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने भौगोलिक वातावरण,प्राकृतिक संसाधनों,वन,जल,खनिज,मानव संसाधन और कृषि  का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें। आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे और उचित दामों पर वस्तुओं  की उपलब्धता से आम जनता को खुशहाल करें। महात्मा गांधी के लिए […]

Read More
article गांधी है तो भारत है

बापू का खुशहाल भूटान चाहिए या शक्तिशाली चीन    

प्रजातन्त्र   राजनीति में शक्ति का प्रयोग बहुत विस्तृत रहा है और यही इसकी नकारात्मकता का कारण भी बनता रहा। शक्ति के नृशंसतंत्र के रूप में कार्य करने के उदाहरण अतीत और वर्तमान का आईना रहे है। दुनिया के विभिन्न भागों में  इसे अभिशाप की तरह झेला  गया और आज भी लोग मजबूर है। सम्पूर्ण […]

Read More
article गांधी है तो भारत है

बापू के देशी विकास पर आधारित मॉडल गांव

हमारे जीवन में संवाद का बड़ा महत्व है। यह व्यक्तिगत,सामाजिक और सामुदायिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बापू पूरे भारत को पैदल ही नाप लिए थे। वे भाषण से ज्यादा संवाद पर भरोसा करते थे। वे मानते थे कि संवाद अच्छे संबंधों के निर्माण में मदद करता है,लोगों के बीच विश्वास और समझ को […]

Read More
article गांधी है तो भारत है

कांता बहन त्यागी

politicsvala महिला दिवस कांता बहन त्यागी ,जिन्होंने सब कुछ त्याग करके हजारों आदिवासियों का जीवन रोशन किया यह आदिवासियों की सेवा और उनके प्रति समर्पण का ही जूनून था की दिल्ली के पास रहने वाली एक 25 साल की नवयुवती घोर आदिवासी इलाकों में आती है,आश्रम स्थापित करती है और शिक्षा की अलख जगाकर हजारों […]

Read More
article गांधी है तो भारत है

अपमान पर अभिव्यक्ति की गांधीय संकल्पना

सुबह सवेरे बापू हिन्दुस्तान की महान परम्परा के यकीनी तौर पर नुमाइंदे थे,यह परम्परा थी,संन्यास की और त्याग की। गुलामों के प्रति बर्बरता,अन्याय,शोषण और अत्याचारों में रमे पश्चिमी समाज के लिए गांधी एक कौतुहल थे। लोग गांधी से मिलना तो चाहते थे लेकिन उन्हें अपमानित करके वे भारतीय समाज का आत्मविश्वास तोड़ने का कोई मौका […]

Read More
गांधी है तो भारत है

महात्मा गांधी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाते या नहीं…?

 वेबदुनिया,महात्मा गांधी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाते या नहीं…? दरअसल बापू को भारत की राजनीति की बेहतर समझ थी और वे भारतीयों पर धर्म के प्रभाव को अपनी राजनीतिक शक्ति बनाने में सफल भी हुए। बापू को भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक माना जाता है,उनका सभी धर्मो के प्रति गहरा सम्मान था। […]

Read More
गांधी है तो भारत है

 विभाजित भारत की बुनियाद में बापू कहां है…!

स्वतंत्र समय             गवर्नर जनरल काउन्सिल के सदस्य सर जॉन स्ट्रेची ने भारत में कई वर्ष बिताएं थे,इस दौरान उन्होंने एक किताब लिखी थी इण्डिया। स्ट्रेची ने कहा कि अतीत में भारतीय राष्ट्र नाम की कोई चीज़ नहीं थी,न ही भविष्य में उसके ऐसा होने की संभावना है। स्ट्रेची ने इस संभावना को […]

Read More
गांधी है तो भारत है

बापू संकीर्ण हिन्दू तो नहीं थे…!

पॉलिटिक्स बापू को दक्षिण अफ्रीका में ईसाई बनाने की खूब कोशिशें की  गई,उन्हें ईसाई धर्म से सम्बन्धित किताबें पढने को भी वहां बहुत दी गई,लेकिन बापू का मन प्रिटोरिया में जिस किताब को पढ़ने में खूब लगा,वह थी,मैक्समूलर की किताब,हिंदुस्तान हमें क्या सिखाता है। मैक्समूलर लिखते है,अगर मुझे पूरे विश्व में किसी ऐसे देश का […]

Read More
गांधी है तो भारत है

गांधी मरते क्यों नहीं है…!

   सुबह सवेरे                     यह गांधी का अंतिम आमरण अनशन था। जो 13 जनवरी 1948 को प्रारम्भ हुआ था।  हमेशा की तरह उनका शरीर इस बार भूख और प्यास का संकट झेलने को तैयार नहीं था। इस कारण महज 48 घंटे में ही उनके शरीर ने जवाब दे […]

Read More