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भारत की नई अफगान नीति

जनसत्ता   कूटनीति एक गतिशील और बहुआयामी प्रक्रिया है। तालिबान प्रशासित अफगानिस्तान में भारत के  तकनीकी मिशन को दूतावास में बदलने के निर्णय से यह स्पष्ट हो गया है की बदलते वैश्विक परिदृश्य में कूटनीति अपेक्षाकृत ज्यादा व्यावहारिक और यथार्थवादी हो गई है और भारत ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। अफ़ग़ानिस्तान दक्षिण एशिया,मध्य एशिया […]

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नेपाल में असंतोष और भारत की चुनौती

जनसत्ता नेपाल का आधुनिक राजनीतिक इतिहास जनता के निरंतर संघर्ष,आकांक्षाओं और असंतोष की गाथा है। राजतंत्र से लोकतंत्र और फिर गणराज्य तक की यात्रा में नेपाली जनता ने बार-बार सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज़ बुलंद की है। जनता ने निरंकुश राजतंत्र को चुनौती देकर करीब ढाई सौ साल पुरानी व्यवस्था को उखाड़ फेंका था और […]

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भारत की विदेश नीति की नई चुनौती

जनसत्ता                                                                                            कूटनीति का एक प्रमुख दायित्व यह होता है कि […]

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अमेरिका के पास भारत का कोई विकल्प नहीं

 पीपुल्स समाचार  कोई भी देश वैश्विक ताक़त बड़ी और मज़बूत अर्थव्यवस्था के आधार पर बनता है। ट्रम्प इस बात को बखूबी जानते है,इसीलिए उन्होंने भारत की सामरिक स्वायत्ता को खत्म करने के लिए टैरिफ का दांव खेल दिया है। दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की […]

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article गांधी है तो भारत है

ट्रम्प की भारत से बिदाई तय है

                   सुबह सवेरे                    प्रत्येक राष्ट्र का यह मौलिक अधिकार है की वह अपनी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अपने भौगोलिक वातावरण,प्राकृतिक संसाधनों,वन,जल,खनिज,मानव संसाधन और कृषि  का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करें। आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे और उचित दामों पर वस्तुओं  की उपलब्धता से आम जनता को खुशहाल करें। महात्मा गांधी के लिए […]

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भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता

जनसत्ता विकसित देशों को लेकर एक आमतौर पर यह राय है की लोग विकासशील और पिछड़े देशों से आयात किए गए सामान को ऊंचे दाम में ख़ुशी ख़ुशी खरीद लेते है। इसका कारण विकसित देशों के लोगों की आय की उच्चता को माना जाता है। इन देशों में प्रवासी और आप्रवासियों के प्रति  व्यवहार बेहतर […]

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यूरोप और अमेरिकी एकता भारत के हित में

स्वदेश  अब  ट्रम्प यथार्थवाद की उस सच्चाई को स्वीकारने के बहुत करीब नजर आ रहे है जिसके अंतर्गत अमेरिका और  रूस के बीच शक्ति संतुलन की प्रतिस्पर्धा में बढ़त हासिल करने के लिए अमेरिका को यूरोप की जरूरत है। अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी सैन्य,आर्थिक और तकनीकी शक्ति है लेकिन आज की बहुध्रुवीय  वैश्विक व्यवस्था […]

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अमेरिका और यूरोप पर भारत को नहीं है भरोसा

  नवभारत टाइम्स                            अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति में बलपूर्वक कूटनीति एक आकर्षक रणनीति है। यह पारंपरिक सैन्य बल का उपयोग किए बिना राजनीतिक लागतों के साथ राजनीतिक उद्देश्यों को प्राप्त करने की संभावना प्रदान करती है। नाटो के महासचिव मार्क रुट ने रूस के बहाने भारत और ब्राज़ील को धमकाने की जो कोशिशें की है,उसमें नाटो […]

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 जमात-ए-इस्लामी की गिरफ्त में बांग्लादेश

हरिभूमि   भाषा,सांस्कृतिक अधिकार,धर्मनिरपेक्षता,शिक्षा,मानवाधिकार और लोकतंत्र की बुनियाद पर टिके बांग्लादेश का भविष्य कट्टरपंथ के अंधेरे में घिरता हुआ दिखाई दे रहा है। भारत के पड़ोस में स्थित यह देश अब कट्टरपंथी  संगठन जमात-ए-इस्लामी की पूरी गिरफ्त में आ चूका है। जमात-ए-इस्लामी राजनीतिक दल से कहीं ज्यादा इस्लामिक मूल्यों पर आधारित एक वैचारिक संगठन है […]

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article भारत मे आतंकवाद

 न्यू नार्मल रणनीति

जनसत्ता                        भारत की संप्रभुता,सुरक्षा और संसाधनों की रक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू नार्मल रणनीति अपनाने की घोषणा की है। भारत की भू राजनैतिक चुनौतियों और नई परिस्थितियों में संतुलन स्थापित करने वाली इन नीति के केंद्र में पाकिस्तान है। जब देश […]

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